वैदिक मंत्रोचारण के साथ 10 बजकर 30 मिनट पर गंगोत्री धाम तथा 11 बजकर 55 मिनट पर खुले यमुनोत्री धाम के कपाट.

राजेश रतूड़ी
उत्तरकाशी । विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भक्त श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हे ग्रीष्म काल में में मां गंगा के दर्शन गंगोत्री और मां यमुना के यमुनोत्री धाम में  होंगे। दोनों धामों पर सैकड़ों की संख्या में  भक्त कपाट उदघाटन के साक्षी बने।
           बतादे बुधवार  को सुबह भैरो मन्दिर से पूजा  आरती के पश्चात मां गंगा की उत्सव डोली गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई गंगोत्री धाम में उत्सव डोली का स्वागत  मंदिर समिति के सभी पदाधिकारियों ने किया।  मुहूर्त के अनुसार गंगोत्री में प्रातः 10 बजकर 30 मिनट पर तीर्थ पुरोहितों के द्वारा पूजा-अर्चना कर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गंगोत्री धाम के कपाट खोल कर भोग मूर्ति को गर्व गृह में स्थापित किया आज से 6 माह तक श्रद्धालुओं गंगोत्री धाम में ही मा गंगा के दर्शन कर पाएंगे। सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित जिले के आला अधिकारी कपाट उदघाटन में  रहे मौजूद।
यमुनोत्री
     वहीं दूसरी और मां यमुना की भोग मूर्ति को यमुनोत्री धाम के पुरोहितों के द्वारा कंधों में उठाकर पैदल (खुशीमठ)  खरसाली से 
 यमुनोत्री धाम स्थित मां यमुना के मंदिर तक जलसे के साथ माता यमुना के जय घोष के साथ पहुंचाई जहा पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गर्व गृह में स्थापित कर श्री यमुनोत्री के कपाट आज अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त  पर 11 बजकर 55 मिनट पर श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हे। सैकड़ों की संख्या श्रद्धालुओं ने इस क्षण का साक्षी रहकर पुण्य कमाया।

 

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