भागवत ही मोक्ष का द्वार है : आचार्य कमल नयन बिजल्वाण
राजेश रतूड़ी
उत्तरकाशी : जोशियाड़ा डांग सेरा में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का विधिवत समापन हो गया है श्रीमद् भागवत कथा विगत 1 अक्टूबर 2025 से शुरू हुई थी जिसमें व्यास पीठ पर कथा वक्ता कमल नयन बिजल्वाण ने श्रीमद्भागवत कथा मैं अपने अमृतवाणी से कथा पंडाल में आए सभी लोगों को कथा का अमृत पान करवाया
कथा के समापन के दौरान सातवें दिन श्रीमद् कई कथाओं का भक्तों को श्रवण कराया। कथा समापन के दौरान कथा वक्ता ने कथा पंडाल में बैठे सभी भक्तों को भागवत को अपने जीवन में उतारने की सलाह दी, जिससे सभी लोगों का धर्म की ओर रुझान हो। कथा के अंतिम दिन सुदामा चरित्र के माध्यम से भक्तों के सामने दोस्ती की मिसाल पेश की और समाज में समानता का संदेश दिया। साथ ही भक्तों को बताया कि श्रीमद् भागवत कथा का सात दिनों तक श्रवण करने से जीव का उद्धार हो जाता है तो वहीं इसे कराने वाले भी पुण्य के भागी होते हैं।
कथा में जिला अधिकारी प्रशांत आर्य,सीडीओ एस एल सेमवाल, प्रेस क्लब के पदाधिकारीयो के अलावा किशोर भट्ट,कपिल उपाध्याय,जिला पंचायत अध्यक्ष रमेश चौहान, राज्य मंत्री राम सुंदर नौटियाल, हरीश डंगवाल, महंत अजय पुरी, मोहन डबराल, प्रदीप रावत,सुधीश पंवार,जय प्रकाश भट्ट,भगवती निश्रा, डॉ लोकेंद्र नौटियाल,रमेश मिश्रा,सूरत गुस्साई,शशिकांत मिश्रा,आदि मौजूद रहे।
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