सुलगता सवाल : जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी से क्यों नहीं जारी हो रहे है दिव्यांग प्रमाण पत्र हायर सेंटर के लिए क्यों किया जा रहा है रेफर
उत्तरकाशी I यदि आप कान संबंधी दिव्यांग हो और दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी आ रहे हैं तो यह सोचकर बिल्कुल भी ना आए कि जिला चिकित्सालय से आपको प्रमाण पत्र जारी हो जाएगा क्योंकि यहां पर कुछ लोगों को जांच के लिए हायर सेंटर के लिए रेफर किया जा रहा है जबकि कुछ लोगों के प्रमाण पत्र पूर्व मे यही से जारी किए जा चुके हैं अब सवाल यह है कि आखिर वे कौन लोग हैं जिन्हे रेफर किया जा रहा है? तथा वह कौन लोग हैं जिनके प्रमाण पत्र जिला चिकित्सालय प्रशासन ने पुर्व मे यही से जारी किए जा चुके है आखिर यह क्या मामला है इसका जवाब तो स्वास्थ्य विभाग प्रशासन के पास है ।
आपको बता दें सप्ताह के हर बुधवार को जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी की तरफ से आमजन को सुविधा दिए जाने को लेकर दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी किए जाने की बात कही जाती है और जारी भी किए जाते हैं वो भी केवल कुछ लोगों के तथा कुछ लोगों को जाँच मशीन न होने की बात कह कर हायर सेंटर के लिए जांच हेतु रेफर किए जाते हैं । एक नगरी दो भाव बड़ा सवाल यह है कि आखिर वह कौन लोग हैं जिनके प्रमाण पत्र पूर्व में जारी हुए हैं केवल कुछ लोगों को ही हायर सेंटर के लिए क्यों रेफर किया जाता है बड़ा सवाल है? जिसका जवाब स्वास्थ्य विभाग उत्तरकाशी प्रशासन को आम जनमानस को देना होगा l जबकि उत्तरकाशी जिला आपदाओं की दृष्टि से अति संवेदनशील है बावजूद जिला चिकित्सालय की सुविधाओं के नाम पर यह हालत है। उत्तरकाशी जिले में गंगा घाटी और यमुना घाटी मैं केवल जिला चिकित्सालय में ही दिव्यांगों के प्रमाण पत्र जारी किए जाते हैं जिसके लिए दिव्यांगजन दूर दराज से प्रमाण पत्र बनवाने को लेकर जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी पहुंचते हैं जिन मे से कुछलोगों को देहरादून या अन्य स्थानों के लिए रेफर किया जाता है उनमें अधिकतर गरीबों लोग होते हैं जो मुश्किल से हायर सेंटर तक पहुंचाने का खर्च ही नही जुठा पाते हैं।
प्रदेश में डबल इंजन की सरकार प्रदेश वासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाए देने का दम भरती है किंतु धरातल पर स्थिति कुछ और ही दिखाई दे रही है क्या उत्तरकाशी जिले की गरीब जनता को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए यूं ही दर-दर भटकना पड़ेगा या कभी जिले की स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर होगी यह भविष्य के गर्भ में है । फिलहाल उत्तरकाशी जिले में दिव्यांग जनों को छोटी-छोटी स्वास्थ्य सुविधा लेने को लेकर दर-दर भटकना पड़ रहा है ।
वही जब गंगोत्री मेल ने अपनी जिम्मेदारी समझते हुए इस मामले को लेकर जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी के सीएमएस डॉ प्रेम पोखरियाल से पूछा तो उन्होंने बताया कि कान संबंधी जांच के लिए आज तक जिला चिकित्सालय में उपकरण चलाने वाले कर्मचारी का पद स्वीकृत ही नहीं है जिसके लिए जिला स्तर से उच्चाधिकारियों को पूर्व में ही पत्र के माध्यम से अवगत कराया जा चुका है स्वीकृति मिलने पर ही जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी में कान की जांच शुरू कर दी जाएगी। जवाब से स्थिति साफ है कि आज तक जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी में दिव्यांग प्रमाण पत्र कैसे जारी हुए होंगे बताने की जरूरत नहीं होगी ।
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