उत्तरकाशी : गंगा स्वच्छता एवं स्वच्छ भारत मिशन का असली सिपाही है जोशियाड़ा का पूरण लाल
उत्तरकाशी । गंगा स्वच्छता के प्रति यदि सच्ची श्रद्धा और निस्वार्थ भाव देखना हो तो उत्तरकाशी शहर के जोशियाड़ा कस्वे मैं रहने वाले पूरण लाल को जाकर देखना होगा पूरण लाल उत्तरकाशी शहर के मंदिरों एवं सार्वजनिक स्थलों पर पड़े हुए प्लास्टिक को उठाकर उसे सही जगह पर रीसाइक्लिंग करने को रखते है ताकि शहर के अंदर धार्मिक स्थलों व सार्वजनिक स्थलों में प्लास्टिक की गंदगी न फैल सके ।
आपको बता दें जोशियाड़ा कस्बे में रहने वाला पूरण लाल ना तो कोई सफाई कर्मी है और ना ही कोई चिर परिचित चेहरा, साधरणसा दिखने वाला व्यक्तित्व जिसके मन मे शहर की धार्मिकता की चिन्ता और फेलते प्लास्टिक के प्रति संवेदनशीलता तथा गंगा स्वच्छता के प्रति गहरा चितन,यही सारी बाते इनकी धार्मिक सोच को दर्शाती है । गंगोत्री मेल की नजर इस साधारण से दिखने वाले व्यक्ति पर पड़ी तो पहली बार देखने मे लगा कि यह व्यक्ति कूड़ा बीनने वाला है । दूसरी बार देखा तो भी एसा ही लगा जब बार बार इन्हे कभी मन्दिर मे सफाई करते हुए तो कभी झूला पुल के दोनो किनारो पर प्लास्टिक उठाते हुए देखा तो उन्हे पूछा कि आप किसी एनजीओ मे काम करते हो तो उनका जवाब मिला कि नही फिर उन्हे पूछा कि आप इस तरह सफाई करते रहते हो तो पूरण लाल का जवाब था कि मे माँ का लाल हूँ इसकी स्वच्छता रखना मेरा परम कर्तव्य है ।
जहा लोग सार्वजानक स्थानो पर प्लास्टिक फैक कर कचरा फैलाते है वही दुनिया मे पूरण लाल जेसे लोग मी है जो बिना किसी पब्लिसिटी के साथ सतत स्वच्छता का काम करते रहते है । वर्तमान समय मे र्याद कोई सफाई अभियान चलाते भी है तो यह चाहते है कि किसी न्यूज की सुखिया बने किन्तु पूरण लाल जेसे लोग समाज मे प्रेरणा के श्रोत है जो आज भी श्रदा और निस्वार्थ सेवा भाव से स्वछता का काम कर रहे है । सही मायने मे देखा जाय तो इन जैसे लोग ही गंगा स्वच्छा और स्वच्छ भारत मिशन के सच्चे प्रहरी है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें