मल्ला गांव के ग्रामीण 6 माह से भालू की दहशत में जीने को मजबूर, भालू को पकड़ने में वन विभाग नाकामयाब

राजेश रतूड़ी
 उत्तरकाशी  । विकासखंड भटवाड़ी के अंतर्गत मल्ला . गांव में विगत 6 माह से ग्रामीण  भालू के दहशत के साए में जीने को मजबूर है हर समय भालू के हमले की दहशत में ग्रामीणों का जीना हुआ दूभर वन विभाग भालू को पकड़ने में नाकामयाब ।
 आपको बता दें मल्ला गांव के ऊपर खेतों की तरफ विगत 6 माह से भालू की चहल कदमी खुलेआम देखी जा रही है जिस कारण मल्ला गांव के ग्रामीण ना तो अपने खेतों मैं काम करने जा पा रहे हैं और ना ही अपने मवेशियों को जंगल में चरान चुंगान को  भेज पा रहे हैं मल्ला गांव के ग्रामीण व उनके मवेशी कैद होकर रह गए हैं । 
मल्ला गांव की प्रधान जलमा देवी ने 11 अगस्त को डीएफओ उत्तरकाशी को लिखित शिकायती पत्र देकर भालू की दहशत से निजात दिलाने की मांग की है । किंतु आज 6 दिन पूरे होने को है वन विभाग का टकनौर रेंज भालु को काबू करने में नाकामयाब साबित हो रहा है ।
जिस कारण मल्ला गांव के ग्रामीण रात दिन दहशत के माहौल में जीने को मजबूर हो रखे हैं । सामाजिक कार्यकर्ता अनिल कुमार का कहना है कि वन विभाग के कर्मचारियों के पास भालू को काबू करने के लिए  ना तो कोई उपकरण है और ना ही कोई साजो समान केवल डंडों के सहारे भालू को काबू करना मुश्किल हो रहा है । उन्होंने बताया कि मल्ला गांव मैं कुछ वर्ष पहले भी भालू ने एक ग्रामीण पर घात लगाकर जख्मी किया था जिस कारण माला गांव के ग्रामीण आज भालु की चहल कदमी के कारण दहरात में जी रहे हैं कब निजात मिलेगी किसी को पता नहीं है ।

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