उत्तरकाशी : ट्रेकिंग रूटों पर पार्क प्रशासन जल्द हटाए प्रतिवंध : ट्रेकिंग व्यवसायी

राजेश रतूड़ी
उत्तरकाशी :  ट्रेकिंग व्यवस्था से जुड़े बेरोजगार युवाओं ने गंगोत्री नेशनल पार्क प्रशासन पर ट्रेक रूटों पर लगाई गई रोक  को मनमानी बताते हुए तत्काल रोक हटाने की माँग की है।
                    ट्रेकिंग व्यवसाय से जुड़े तमन रतूड़ी ने बताया कि शासनादेश के मुताबिक हर सवर्ष 1अप्रेल से 30 नवंबर तक देशी तथा विदेशी पर्यटकों के लिए गोमुख तपोबन निर्वाद रुप से खुला रहता है ।इसी के आधार पर गंगोत्री नेशनल  पार्क द्वारा एक अप्रैल को गंगोत्री से आगे कनकु गेट से गंगोत्री नेशनल पार्क के सभी ट्रेकिंग स्थलों को साहसिक पर्यटकों के लिए  खोल दिया गया था जिसका  प्रिंट इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम  से प्रचार प्रसार भी किया गया कि साहसिक पर्यटकों के लिए गोमुख तपोबन तथा उच्च हिमालय श्रेत्रो में जाने के लिए सभी साहसिक पर्यटकों के लिए गंगोत्री नेशनल पार्क के कपाट खोल दिए गए हैं इसी के आधार पर पर्यटन से जुड़े स्थानीय पर बेरोजगार युवाओं ने भी देश विदेश में प्रचार प्रसार किया इसी जिस कारण ट्रेकिंग एजेंसियों के पास ऑनलाइन ऑफलाइन देशी ,विदेशी पर्यटकों की गोमुख तपोबन की बुकिंग ली हैं जो 15 अप्रेल से 30  अप्रैल के बीच सबसे ज्यादा है ।
अब गंगोत्री नेशनल पार्क बड़े पैमाने पर हिमखंड आने की बात कर रहे हैं जबकि इन ग्लेशियरों के आने पर साहसिक पर्यटकों के लिए सुभ संकेत है। जबकि गंगोत्री नेशनल पार्क 
प्रशासन नेकेवल भोजवासा तक ही रास्ता बनाया है। उसके आगे साहसिक पर्यटन से जुड़े लोग अपने संसाधनों से रास्ता बनाकर ही जातें हैं । गंगोत्री नेशनल पार्क द्वारा जो रास्ता बनाया जाता है उसका इस्तेमाल केवल तिर्थयात्रियो ही करते हैं न कि साहसिक पर्यटन से जुड़े लोग।  ट्रेक रूटों पर प्रतिवंध लगने से देशी विदेशी पर्यटक  जनपद उत्तरकाशी छोड़कर दूसरे जनपदों तथा अन्य राज्यों का रुख कर रहे हैं। जिससे स्थानीय स्तर पर पर्यटन से जुड़े युवा बेरोजगार की कगार पर आ कर पलायन करने को मजबुर हो रहे है। ट्रेकिंग ब्यवसायी तमन रतूड़ी का कहना है कि उत्तराखंड सरकार तथा भारत सरकार हर मंच पर पर्यटन को बढ़ावा देने की बात करती है वहीं दूसरी ओर पार्क प्रशासन ट्रेकिंग रूटों पर रोकल लगाकर मनमानी कर रहा है। उन्होंने बताया कि इसको लेकर उनके यूनियन द्वारा गंगोत्री विधानसभा के विधायक सुरेश चौहान से भी मिल चुके है। उन्होंने कहा शासनादेश के अनुसार पार्क प्रशासन को ट्रैक रूटों पर जाने को लेकर रोक हटा देनी चाहिए ताकि जिले में ज्यादा से ज्यादा साहसिक पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।
           दूसरी और गंगोत्री नेशनल पार्क के निदेशक रंगनाथ पांडेय का कहना है कि उच्च हिमालयी क्षेत्रो में लगातार बर्फवारी हो रही है जिसके चलते  ट्रेकरों के साथ अनहोनी होने का संदेह बना रहता है ट्रेकिंग रूटों पर लगे प्रतिवंध हटाने को लेकर उच्चस्तरीय बात चल रही है जल्द ही खोलने को लेकर पार्क प्रशासन के द्वारा फैसला लिया जाएगा।







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