हाईकोर्ट के अतिक्रमण चिन्हीकरण के आदेश को गम्भीरता से नही ले रहे उत्तरकाशी जिले के अधिकारी, कर्मचारी

राजेश रतूड़ी
उत्तरकाशी : हाईकोर्ट नैनीताल के द्वारा राष्ट्रीय राज मार्गो तथा राज्य मार्गो में विभिन्न विभागों की भूमि तथा परिसम्पत्तियों पर हुए अतिक्रमण को चिन्हित करने के  जारी आदेश का पालन करते हुए जिलाधिकारी  उत्तरकाशी अभिषेक रुहेला ने 31 जुलाई 2023 को जिले में राजस्व विभाग , वन विभाग , बीआरओ , पुलिस , पीडब्ल्युडी , पीएमजेएसवाई आदि विभागों की अलग अलग टीम गठित कर अतिक्रमण चिन्हीकरण का काम सौंपा था किन्तु डीएम द्वारा गठित टीम में राजस्व विभाग व बीआरओ के कर्मचारियों अलावा अधिकतर विभागों के कर्मचारी चिन्हीकरण से नदारद रह रहे हैं। ऐसा लगता है कि इन विभागीय कर्मचारियों को न तो डीएम के आदेश की कोई चिंता है और न हाईकोर्ट के आदेश की परवाह जबकि अतिक्रमण चिन्हीकरण के काम की आख्या हाईकोर्ट नैनीताल को तय समय सीमा के अंदर जिले से जानी है। केवल राजस्व विभाग और बीआरओ के कर्मचारी ही इस अभियान में मुस्तेद नजर आ रहे हैं।
      आपको बतादे जिला प्रशासन ने राष्ट्रीय राजमार्गों तथा राज्य मार्गो पर अतिक्रमण चिन्हीकरण को लेकर अलग अलग टीमें गठित की है राजलव उपनिरीक्षक तो हर टीम के साथ मौजूद है किंतु अन्य विभागों के कर्मचारियों के हाल यह है कि किसी टीम से वन विभाग के कर्मचारी गायब है तो कही से पीएमजेएसवाई , पीडब्ल्युडी के कर्मचारी पुलिस विभाग ने तो अतिक्रमण चिन्हीकरण में जाना भी उचित नही समझा। जबकि चिन्हीकरण के दौरान राजस्व उपनिरीक्षको के साथ  अतिक्रमणकारी भवन स्वामियों की कई मौकों पर हल्की नोकझोक भी हुई है। कुछ कर्मचारी केवल सेर सपाटा कर अपनी जिम्मेदारियों की इतिश्री कर रहे हैं। जिले के कर्मचारी  जब हाईकोर्ट व  डीएम के आदेशों को ठेंगा बता रहे हैं तो आम आदमी की क्या विशात है। अंदाजा लगाना कठिन नही होगा कि जिले में विभागीय कर्मचारियों की कार्यशैली केसी चल रही होगी।
      

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

हमेशा के लिए चिर निंद्रा में सो गई टकनौर क्षेत्र की आवाज :,दिवंगत जगमोहन रावत को नम आंखों से सैकड़ों लोगों ने दी विदाई

हिटाणू गांव के ग्रामीणों ने हॉट मिक्स प्लांट व स्टोन क्रेशर लगने का लम्बे समय से कर रहे विरोध ,उत्तरकाशी कल्कट्रेट परिसर में की नारेबाजी

मातली : राष्ट्रीय राजमार्ग पर हो रही दुर्घटनाओं की हो रोकथाम ,ग्रामीणों ने प्रशासन से लगाई गुहार