महापंचायत को रोके जाने के विरोध में यमुनाघाटी में सभी जगह बाजार बंद ,छावनी में तब्दील है पुरोला कस्वा

राजेश रतूड़ी
उत्तरकाशी/पुरोला : पुरोला में क्षेत्रीय जन प्रतिनिधि व हिन्दू संगठन से जुड़े लोगों ने ने 15 जून को युवती अपहरण की घटना से गुस्साकर महापंचायत का आयोजन रखा था प्रशासन ने मामले की नजाकत को देखते हुए पुरोला में धारा 144 लगाकर सभी के मंसूबों पर पानी फेर दिया है आखिर महापंचायत स्थगित करनी पड़ी। प्रशासन ने पुरोला बाजार को सुरक्षा की दृष्टि से छावनी में तब्दील कर रखा है। भले ही महापंचायत नही हो पाई हैै  रोके जाने के विरोध में यमुनागाटी के बड़कोट,पुरोला,नोगांव,डामटा और मोरी सहित सभी बाजार बंद रहे।
           आपको बतादे पुरोला क्षेत्र के लोगो ने लव जिहादियों के खिलाफ महापंचायत का निर्णय लिया था।।जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने जन प्रतिनिधियो के साथ दो तीन दौर की वार्ता करने के पश्चात सबसे पहले प्रधान संगठन ने महापंचायत में भाग न लेने का निर्णय लिया इसके बाद क्षेत्रीय संगठन धड़ो में बंट गया फिर हिन्दूवादी संगठन  बजरंग दल और वीएचपी ने महापंचायत कराने का बीड़ा उठाया था किंतु पुलिस प्रशासन ने पुरोला जाने वाले सभी मार्गो पर सघन चेकिंग अभियान चलाकर पुरोला जाने वाले सभी हिंदुव्दी संगठन,व्यारियों और क्षेत्रीय लोगो को नोगांव चेक पोस्ट पर रोक लिया गया ताकि पुरोला में महापंचायत किये जाने के निर्णय को विफल किया जा सके। वही जिला प्रशासन की और से यमुनाघाटी के लोगो से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है। फिलहाल पुरोला में महापंचायत नही हो पाई है पुरोला कस्वा पुलिस छावनी में तब्दील है। और विरोध में पूरी यमुनाघाटी के बाजार बंद है।

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