बंगाण क्षेत्र के ग्रामीणों का जीवन आज भी कठिनाइयों से भरा।

मोरी



उत्तरकाशी जनपद के सुदूरवर्ती मोरी तहसील के बंगाण क्षेत्र के लोग आज भी बारिस होते सिहर जाते है और उनके आंखों के सामने पिछले वर्ष हुई आपदा की तबाही का मंजर नजर आ जाता है।


आपको बता दे पिछले वर्ष मोरी तहसील के बंगाण क्षेत्र में भारी बारिस के रूप में आफत बरस गयी थी जिससे इस क्षेत्र के लोगो के घर,खेत, खलियान भू-धसाव,भू- कटाव के कारण ध्वस्त हो गए थे इस क्षेत्र को जोड़ने वाले कई मोटरमार्ग, मोटर पुल गांव में पेयजल लाइने क्षतिग्रस्त हो गए थी किन्तु आज 1 वर्ष बीत जाने पर भी यहां के लोगो का जीवन सामान्य नही हो पाया है  इस क्षेत्र को जोड़ने वाला आराकोट चिवा मोटरमार्ग का आजतक सही ढंग से मरम्मत नही हो पाया है यह मोटर मार्ग कई जगहों से खस्ताहाल स्थिति में है किसी बड़ी दुर्घटना घटने से इनकार नही किया जा सकता है।इसमे चलने वाले लोग जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर है  इस वर्ष उत्तराखंड में मानसून ने दस्तक दे दी है और स्थिति जस की तस बनी हुई है आनेवाले दिनों में क्षेत्र के लोगो की मुख्य नगदी सेब की फसल तैयार है लोगो के आगे चुनोती है कि सेब की फसल को बाजार तक कैसे पहुचाया जाय  और मोटर मार्ग खस्ताहाल है जिस कारण इस क्षेत्र के लोगो मे शासन प्रशासन के प्रति गुस्सा है और शासन प्रशासन के द्वारा आपदा के दौरान क्षेत्र के लोगो से किये वादों को भूल जाने पर हैरान है। इस क्षेत्र के ग्रामीण मनमोहन सिंह,नरेश चौहान,राजेन्द्र नौटियाल,उपेंद्र सिंह,युद्धवीर सिंह,संजय सिंह,शूरवीर सिंह का कहना है यदि साशन प्रशासन की तरफ से इस क्षेत्र के लोगो की सुध न ली जाती है तो लोगो को आंदोलन करने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ेगा।



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