हिन्दू पंचांग के अनुसार बैशाख माह में में नए साल के आगमन पर तहसील मुख्यालय भटवाड़ी के वन बिश्राम गृह में लगने वाले बैशाखी मेले में समेश्वर देवता रैथल,समेश्वर देवता पाही,कण्डार देवता द्वारी और नाग देवता मल्ला के द्वारा गंगा स्नान किया जाता है उसके पश्चात क्षेत्र के सभी नर नारी वन बिश्राम गृह में एकत्रित होते है और यहां पर नए साल के आगमन की खुशी में देव डोलियों को नचाते है और डोल दमाऊ की थाप पर रासो नृत्य करते है मेले के समापन के बाद सभी जन समूह डोलियों के साथ भास्करेश्वर मन्दिर पहुचकर दर्शन करते है और वहां पर देव डोलियों से अपने शंखाओ का समाधान न्योता पूछकर करते है और खुशहाली का आशीर्वाद लेते है
हमेशा के लिए चिर निंद्रा में सो गई टकनौर क्षेत्र की आवाज :,दिवंगत जगमोहन रावत को नम आंखों से सैकड़ों लोगों ने दी विदाई
राजेश रतूड़ी भटवाड़ी/उत्तरकाशी : उत्तरकाशी जिले के सीमांत क्षेत्र भटवाड़ी प्रखंड के पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख और वरिष्ठ नेता जगमोहन रावत जी के आकस्मिक निधन के बाद उनके पैतृक घाट पर पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। कल रात हृदय गति रुकने के कारण उनका निधन हो गया। जैसे ही यह दुखद समाचार क्षेत्र में फैला, सुबह से ही उनके निज आवास ग्राम बारसू में शोक व्यक्त करने वालों का तांता लग गया। दोपहर 12 बजे उनके पार्थिव शरीर को बारसू से पाला होते हुए स्वारीगाड़ स्थित पैतृक घाट तक लाया गया। इस दौरान लोगों ने "जब तक सूरज चांद रहेगा, जगमोहन तेरा नाम रहेगा" के नारों से उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके पुत्रों ने मुखाग्नि देकर उनका अंतिम संस्कार किया। नेता जगमोहन रावत को अंतिम विदाई देने के लिए क्षेत्र के विभिन्न गांवों से भारी संख्या में लोग पहुंचे। अन्तिम विदाई देने वालो में गंगोत्री विधानसभा के विधायक सुरेश चौहान, पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण, भाजपा नेता सूरतराम नौटियाल, जगमोहन रावत, घनानंद न...
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